गर्माहट 2

कुछ गर्माहट आ गई थी
मेरी कविता में,
रातभर कोई सोया था
तकिए में उसे छुपाए।

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

तेरे कैनवस दे उत्ते

Fatal Familial Insomnia

विजय ऐसी छानिये...