काँव-काँव लिंक पाएं Facebook Twitter Pinterest ईमेल दूसरे ऐप फ़रवरी 24, 2014 मेरा कॉलर पसीने से तर था बीच बीच में एक आध बूँद पीठ पर लुढ़क पड़ती गरम हवा भी गीले बनियान में ठंडी लगती एक कौवा तार पर आ बैठा एकदम काला, एक-सा, रात-सा ग्लॉसी फिनिश थी उसकी कर्कश आवाज दी उसने मैं आगे चल दिया. और पढ़ें