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परिरोध

एक परी थी हाथ नहीं थे उसके, पर थे हलकी थी, हड्डियां खोखली थीं पर उड़ान, उड़ान नहीं थी पंख फैलाए, तैरती हवा पर हर पल थोडा नीचे उतरती उतरती जाती, उतर जाती. परी थी, पर आधी मानस गंध थी उसमें. एकांत परिरोध.