एक दिन जागूँगा
तुम्हारे ख्वाब में.
उतर आऊंगा
तुम्हारे कैनवस पर.
और देखूँगा तुम्हें
अपनी उँगलियों से
कुछ उकेरते हुए.

तुम देखोगी
कहोगी - अभी कुछ उम्मीद है,
और सवारने लगोगी 
कोई कोना,
कुछ कोने.

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