कोठरी में बैठे-बैठे
क्लौस्ट्रफ़ोबिया हो चला था
तो चला आया तुम्हारे पास
इलाज के लिए,
कुछ वक़्त बिताने
खुले आकाश के नीचे
चैन की सांसें भरने.
पर तुमने दिया मुझे
एक गृहयुद्ध.

सब बैठे हैं घरों में
भविष्य की कल्पना लिए -
एक बड़ी छूट,
एक बड़े मॉल में,
और मैं शस्त्र लिए
शास्त्र रटे,
चल रहा हूँ तुम्हारे पीछे
उसे बनाने को.

बनाने -
शस्त्र से.

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शस्त्र और शास्त्र.... यानि ग्यारा हज़ार की फ़ौज में :)

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