सर्द

नसों में बसा
बर्फ का मौसम,
धीरे धीरे
गला रहा हैं,
नाखूनों की
पपडी बन रही हैं,
और दाढें झड़ रही हैं,
पर फिर भी
उबटन के कारण
दूर कोई गया नहीं.

सूरज की पूँछ पकड़
दूर खींच ले जाओ,
मौसम थोड़ा बदलेगा
तब शायद
सबको बदल सकूँ.

टिप्पणियाँ

अपूर्व ने कहा…
सूरज की पूँछ पकड़
दूर खींच ले जाओ,
मौसम थोड़ा बदलेगा

बड़ा खूबसूरत बिम्ब बना...
सूरज की पूँछ पकड़
दूर खींच ले जाओ,


सर्दी और बढ़ जाएगी:)

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