मंडी

भूख.
तंगी.
फीस.
हाँ,
अब कुछ है
जो तुम कर सकते हो.
लाचार नहीं हो.

पा सकते हो
खुशियाँ,
सपने,
और सदा चलने वाला
रबड़ और प्लास्टिक का
एक अंग.

उन अमीरों से
जो अब भी
असली अंगों के साथ
मरना चाहते हैं.
उन पुराने कलाकारों की तरह
जो सब होते हुए भी
गरीबी में जीते थे.

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