बाहर वहाँ, सड़क पर, है कुत्ते जो खाते है मनुष्य. सुरक्षित नहीं वहां निकलना, छोटे समूहों में भी, क्योंकि झुण्ड में शिकार पसंद है उन्हें. हाँ, अगर आपके पास बन्दूक हो तो अलग बात हैं, पर मनुष्यों के लिए प्रतिबंधित है बंदूक रखना. बंदूक रखना प्रतिबंधित है क्योंकि बन्दूक हो तो मनुष्य मरते हैं बहुत. उन्हें लगता है कि उनके पास बंदूक है तो वे अपने स्वामी से लड़ सकते हैं. पर बंदूक से बहुत बढ़कर है उनके स्वामीयों के पास और मनुष्य चिन्हित बस्तियों में रहते हैं. वह रहते हैं क्योंकि हमारे बच्चे उनमें पनपते हैं, वे सबसे अच्छे माध्यम हैं. इससे पहले कि बच्चे उन्हें खा के बाहर निकले, हम उन्हें मृत मवेशियों में स्थानांतरित कर देते हैं. पर वे अब मवेशियों में पनप नहीं पाते, मवेशी अब प्रतिरोधक हो गए हैं. मनुष्य अपने गृह पर परजीवी से थे, पर हम यहाँ उनके सहजीवी हैं. वे खुश हैं, उनकी सडकों की सुरक्षा कुत्ते करते हैं, उनके घर बिजली के तारों में सुरक्षित हैं. वे स्वतंत्र हैं, और उत्पादक भी. पशु पालते हैं, और उनका व्यापार करते हैं. और लम्बी ज़िन्दगी जीते हैं.