पंक्तियाँ - 2

छोटा हो गया है.
          पंक्तियाँ मिट गए
   हैं, कोरे
  हो रहें
          हैं
 
कहानी, उपन्यास, नाटक, गीत खोकला
          हो
चला हो चला हो
रहे
हैं.
रघुवंश छोटा हो चला
हो गया है.
न अकविताएं मर
रही
    है, न तेवरी जीवित है.
न अकविता
रही
है,
न तेवरी जीवित
है.
        न
अकविताएं मर रही हैं.
      रघुवंश
छोटा
हो
          रहे हैं
पैटी स्मिथ और बाणभट्ट के शब्द खोए
हैं.
रघुवंश छोटा हो गया है
और
  बाणभट्ट के
शब्द खोए हैं कागज़.
क्तियाँ मिट
गए हैं.
रघुवंश
छोटा हो
गया है
         
और बाणभट्ट
    के
       आखरी पन्ने मिट
गए
हैं, कोरे हो गया है
      और बाणभट्ट
     के आखरी पन्ने मिट गए
   हैं,
     कोरे
हो
गया है.
        न अकविता रही है, न तेवरी
जीवित है.
      पंक्तियाँ
मिट
          गए हैं कागज़.
ुवंश छोटा हो चला हो
चला

एक एक कर मरते, तड़पते बदकिस्मतों को
न देखने की क्षमता की कीमत तो चुकानी ही थी.
कुछ नया आया, पुराने को मिटाने
अब नया ना जाने कब आएगा, आएगा भी या नहीं.

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