घर लिंक पाएं Facebook Twitter Pinterest ईमेल दूसरे ऐप दिसंबर 25, 2016 मेज़ पर चाय के प्याले का निशान अभी तक बैठा हुआ था कि एक हल्का सा धसका उठा, रसोई में छौंक लगा था शायद. फिर जानी पहचानी एक आवाज़ उठी - तेल में उतरती पूड़ियों की. घर आया था आज. और पढ़ें
कौवे लिंक पाएं Facebook Twitter Pinterest ईमेल दूसरे ऐप दिसंबर 24, 2016 दूधिया कोहरा लपेटे कौवे बैठे हैं छतों पर चोंचों में उंगलियाँ दबाए जाने किन आलोचकों की. और पढ़ें
सोफ़िया - 22 लिंक पाएं Facebook Twitter Pinterest ईमेल दूसरे ऐप दिसंबर 24, 2016 मुँह फेरे बैठी है वह, उतारना नहीं चाहती खुद में मेरी ख़राशों को और, एक नई सूरत अब देना चाहती है मुझे वह कविता जो तुम-सी लगती है. और पढ़ें