फिर से - ३
आँख खुली
तुम खड़ी थीं,
जाने-पहचाने कपड़ों में,
देख रही थीं
कैनवस पर उतरे-
समय में अटके-
मुझे.
धड़कन अचानक बढ गई
खूब कोशिश की मैंने
लगाम खींचने की-
कहीं तुम सुन न लो
दरवाज़े पर दस्तक.
धूप में नहा गया मैं
पर बर्फ पिघलने से पहले ही
आँख खुल गई.
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तुम खड़ी थीं,
जाने-पहचाने कपड़ों में,
देख रही थीं
कैनवस पर उतरे-
समय में अटके-
मुझे.
धड़कन अचानक बढ गई
खूब कोशिश की मैंने
लगाम खींचने की-
कहीं तुम सुन न लो
दरवाज़े पर दस्तक.
धूप में नहा गया मैं
पर बर्फ पिघलने से पहले ही
आँख खुल गई.
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