दमा
गले में
अन्दर कहीं
खुजली सी हो रही है.
धसका सा उठता है
कुछ देर खांसता हूँ
पर वह खुजली जाती नहीं.
नाखून बड़े हैं
उंगलियाँ गले तक आ कर रुक जाती हैं
कभी हलकी-सी खुरच और बूँद भर खून
पर इतना काफी नहीं
अब समय आ गया है
अंगूठे से कंठ तक पहुँचने का.
अन्दर कहीं
खुजली सी हो रही है.
धसका सा उठता है
कुछ देर खांसता हूँ
पर वह खुजली जाती नहीं.
नाखून बड़े हैं
उंगलियाँ गले तक आ कर रुक जाती हैं
कभी हलकी-सी खुरच और बूँद भर खून
पर इतना काफी नहीं
अब समय आ गया है
अंगूठे से कंठ तक पहुँचने का.
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