फलस्वरूप
राह चलते लोग
ऐसे देखते हैं
इन जले अवशेषों को
जैसे उनकी यादें जुडी हों
इस खंडहर से।
चलते चलते ठिठक जाते हैं
मुड़ मुड़ कर देखते हैं
कुछ एक तो कैमरे भी निकाल लेते हैं,
पर मुझे निकलता देख
नज़रें चुरा, चल पड़ते हैं
बिना एक मुस्कान तक मेरी ओर फैंके।
ऐसे देखते हैं
इन जले अवशेषों को
जैसे उनकी यादें जुडी हों
इस खंडहर से।
चलते चलते ठिठक जाते हैं
मुड़ मुड़ कर देखते हैं
कुछ एक तो कैमरे भी निकाल लेते हैं,
पर मुझे निकलता देख
नज़रें चुरा, चल पड़ते हैं
बिना एक मुस्कान तक मेरी ओर फैंके।
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