हे राम

फिर से करवा रहे हैं उन्हें याद
वे समर जो अभी शेष हैं,
एक बार फिर कर रहे हैं उन्हें तैनात,
शायद भूल गए हैं वे पिछले संग्राम -
जिनमें खून बरसा था
गहरी नींद में सोए शहरों पर।

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

तेरे कैनवस दे उत्ते

Fatal Familial Insomnia

विजय ऐसी छानिये...