Horror of Slime/ पिलपिला आतंक/ एकरूप
मैं चाहता था मालिश करना
तेल से, वेसिलीन से, क्रीम से, चॉकलेट से,
पर उसे कभी नहीं भाया.
जैसे सार्त्र का पिलपिला आतंक
छाया रहता हो उसपर.
पिलपिलाहट को छूकर मानो
वह भी पिलपिली हो जाती,
भीतर की पिलपिलाहट
बाहर की पिलपिलाहट से
जुड़ जाती, मिल जाती,
सारी सतहें खो जाती,
और सतहों के बिना
उसका ब्रश कहाँ चलता?
कहाँ ले जाता?
दरारों के साथ भी
सतहें ज़रूरी हैं.
क़ैद रखने को
उस पिलपीले साँप को.
तेल से, वेसिलीन से, क्रीम से, चॉकलेट से,
पर उसे कभी नहीं भाया.
जैसे सार्त्र का पिलपिला आतंक
छाया रहता हो उसपर.
पिलपिलाहट को छूकर मानो
वह भी पिलपिली हो जाती,
भीतर की पिलपिलाहट
बाहर की पिलपिलाहट से
जुड़ जाती, मिल जाती,
सारी सतहें खो जाती,
और सतहों के बिना
उसका ब्रश कहाँ चलता?
कहाँ ले जाता?
दरारों के साथ भी
सतहें ज़रूरी हैं.
क़ैद रखने को
उस पिलपीले साँप को.
टिप्पणियाँ