बरसात

आकाश.
तुम्हारी आँखें.
चहरे पर गिरती बूंदे.
धरती.
तुम्हारी गोद.
टूटे सपने.
एक से हमेशा
दूसरा याद आ जाता हैं.
यह बरसात का मौसम
अभिशाप बन गया है.

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अभिशाप... आंसू.... धरती... आकाश :(

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