कबूतर
लूसी
हमारे हॉस्टल की बिल्ली
आज सुबह एक कबूतर पर झपटी
साझे बाथरूम में.
कबूतर फुदकता रहा
इस दीवार से उस दीवार पर
पर लूसी के पंजे से बच न सका.
करीब तीन मिनट बाद
मुँह में कबूतर दबाए
लूसी सीढ़ियों से उतर चली
खून के कुछ छींटे
पीछे छोड़ती.
कुछ निंदनीय नहीं इसमें.
हमारे हॉस्टल की बिल्ली
आज सुबह एक कबूतर पर झपटी
साझे बाथरूम में.
कबूतर फुदकता रहा
इस दीवार से उस दीवार पर
पर लूसी के पंजे से बच न सका.
करीब तीन मिनट बाद
मुँह में कबूतर दबाए
लूसी सीढ़ियों से उतर चली
खून के कुछ छींटे
पीछे छोड़ती.
कुछ निंदनीय नहीं इसमें.
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