बहाना

दराज़ में दुबके वे दो कंगन,
काली स्याही में डूबी वह कमीज़,
अँधेरे कोने में छिपी बारिश की दो बूँदें-
बाहर आ गए आज
कला और कथा के बहाने.
अच्छा है...

हमारे बीच के फासलों को
रोशनी से भरने के लिए
जला लिया है सारा घर.

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