शार्क



शार्कों के हमलों की
हैं ये सर्दियाँ,
बढ़ रहे हैं हमले.
किसी का दाहिना हाथ
तो किसी का बायाँ पैर
ले गईं झपट के,
चुपके से वार कर
भाग लेती हैं दूर.

हाँ,
बढ़ रहे हैं हमले,
पिछले दस साल के
औसतन ६० के बजाय
६६ हमले
विश्व भर में;
केवल ४ मौतें.
पर ऐसे तो दुकान चलेगी नहीं,
इसीलिए,
शार्कों के हमलों की
हैं ये सर्दियाँ.


*** Jaws का पोस्टर, अगर शार्कें किसी वकील को जानतीं तो मानहानि का दावा ज़रूर ठोकतीं.

टिप्पणियाँ

कोई ९/११ या २७/११ जैसा शार्क तो होना ही चाहिए:)

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

शायद यह सब

जुराब

तुम बिन, जाऊं कहाँ...