Cut up 2
Well, i think this has turned out more horrible than the first one, but somehow i liked it here and there:
अपने हाथ फैलाए,
क्रॉस पर टिकाए
लाचार कबूतर सा प्रेम.
मेरी परछाई में
दुबका-दुबका सा प्रेम.
तागों सा प्रेम.
तुम्हारी बांहों में से छीलना शुरू करना
आसान प्रेम
तुमसे.
ताजे ज़ख्म सा लाल सिमटी
सिकुडी चादर सा प्रेम.
हमारी गंध सा प्रेम.
शब्दों की जाएगा.सा प्रेम.
हाँ,
पर ज्यादा ना गर्माहट में बसा
प्रेम.
अपने हाथ फैलाए,
क्रॉस पर टिकाए
लाचार कबूतर सा प्रेम.
मेरी परछाई में
दुबका-दुबका सा प्रेम.
तागों सा प्रेम.
तुम्हारी बांहों में से छीलना शुरू करना
आसान प्रेम
तुमसे.
ताजे ज़ख्म सा लाल सिमटी
सिकुडी चादर सा प्रेम.
हमारी गंध सा प्रेम.
शब्दों की जाएगा.सा प्रेम.
हाँ,
पर ज्यादा ना गर्माहट में बसा
प्रेम.
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