पास्चराइजेशन
पास्चराइजेशन
एक चाँदी की अशर्फी के बदले
एक जोड़ी हाथ,
तले हुए,
बिना मिर्च मसाले के,
(सात्विक भोजन आखिर!)
और क्या चाहिए मुझे
जीने के लिए!
ऊन के गोलों से
स्वेटर बुन बुन के,
सपने बुनते हुए,
मर गई मैं,
और अब फिर जन्मी हूँ,
सपनो के बिना.
अब विश्वास नहीं
तुम्हारे ईश्वर और न्याय में,
और तुम्हारे निर्वाण में.
है विश्वास केवल-
ख़ुद में,
और पास्चराइजेशन में!
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